कुण्डली में चंद्रमा खराब होने पर मन और पाँचो इन्द्रियों पर प्रभाव बुरा प्रभाव होता हैI सूर्य से प्रकाश मिलने पर ही चन्द्र चमकता है व पृथ्वी के निकट होने के कारण पूर्ण रूपसे पृथ्वी पर प्रभाव डालता है। यह तीव्र गति से घुमने वाला ग्रह है। यह सवा दो दिन एक राशी में भ्रमण करता हैI मन की संकल्प शक्ति चंद्रमा से प्रभावित होती हैI मन,बुद्धि,माता,खूबसूरती,चावल, सफेद रंगो की वस्तुएँ,चतुर्थ भाव का कारक,शिशुत्व का कारक ग्रह चन्द्र हैI
चन्द्र ग्रह वृष राशी में उच्च, वृश्चिक राशी में नीच होता है, गोल आकृति, वात, कफ और चंचल प्रकृति वाला ग्रह है। जलीय तत्व,वैश्य जाती,मधुर वाणी,वायव्य दिशा का स्वामी,स्त्री ग्रह,रात में बली,वर्षा ऋतु का प्रतिनीधि है। पूर्ण चंद्रमा शुभ एवं क्षीण चंद्रमा अशुभ होता है। चाँदी रत्न व मोती रत्न पर प्रभाव होता