नवम भाव से विचारणीय विषय
भाग्य, धर्म, गुरु कृपा, धर्म अनुष्ठान, कानून, पोता पोती, वेद शास्त्र, पूर्व जन्म के कर्म, भाभी, जीजा, साला, साली, जांघ, देवर, आकृति, पीठ, भक्ति उपासना इस भाव से विचारेंI इसके कारक सूर्य एवं बृहस्पति हैंI गुरुजनों की सेवा, यात्रा, पर्यटन, धार्मिक स्थान, धार्मिक यात्राओं का लाभ, सत्संग, संतान से सुख, धन का दान आदि इस भाव से विचार होगाI