केतु ग्रह का परिचय
केतु भी राहु की तरह छायावादी ग्रह है जिसका कोई भौतिक पिंड नही है न ही कोई आकार होता हैI केतु कुरूप, वर्ण संकर जाति, तमोगुणी, पापी ग्रह में आता हैI केतु से विचारणीय विषय में गुप्त विद्या, कठिन विद्या, तंत्र – मंत्र, घाव, चर्मरोग , चेचक, जहर, गर्भपात, चर्मरोग, जलोदर रोग, फोड़े–फुंसी, विष, तोड़ – फोड़,आडम्बर,चलने फिरने वाला काम आता हैI यह अग्नि व जल राशियों में अर्थात मेष,सिंह,धनु,कर्क,वृश्चिक,मीन राशियों में शुभ प्रभाव देते देखा गया हैI यह मोक्ष का भी कारक है व शुभ ग्रह के प्रभाव में हो तो जातक का दामन खुशियों से भरता हैI