फ़लित ज्योतिष के शास्त्रो के अनुसार सूर्य आत्मा एवं पिता का प्रतिनिधित्व करता है। सूर्य द्वरा ही सभी ग्रहों को प्रकाश प्राप्त होता है ओर ग्रहों की इनसे दूरी या नज़दीकी उन्हें अस्त भी कर देती है। सूर्य सृष्टि को चलाने वाले प्रत्यक्ष देवता का रुप हैं। कुंडली में सूर्य को पूर्वजों का प्रतिनिधि भी माना जाता है। सूर्य सिंह राशि को नियंत्रित करता है। आइए हम सूर्य की असामान्य विशेषताओं के बारे में जानें। सूर्य द्वारा शासित रंगः सिंदूर लाल,सूर्य का दिन रविवार है। सूर्य द्वारा शासित रत्न लाल माणिक है। सूर्य द्वारा शासित उंगलियां रिंग फिंगर और मिडल फिंगर है। सोना सूर्य द्वारा शासित धातु है। सूर्य पूर्वी दिशा को नियंत्रित करता है। सिंह राशि सूर्य द्वारा शासित राशि है। सूर्य मेष राशि में उच्च का होता है। तुला राशि में सूर्य कमजोर होता है। सूर्य लगभग एक महीने तक राशि चक्र में रहता है। यह हमारे अहंकार का प्रतिनिधित्व करता है और जो हम हमेशा बनना चाहते हैं। यह हृदय और रीढ़ की हड्डी को नियंत्रित करता है। सूर्य कभी भी प्रतिगामी नहीं होता है। सूर्य एक राशि में एक महीने तक रहता है और एक वर्ष में एक बार राशिचक्र से गुजरता है। यदि सूर्य सही आचरण नहीं करता है या कमजोर होता है, तो मनुष्य घमंडी हो सकता है, उदासीन और उसमें अक्सर ऊर्जा की कमी होती है। यदि सूर्य ठीक से व्यवहार करता है या अतिरंजित होता है, तो हम स्वभाव से खुशमिजाज, रचनात्मक, प्रसन्न, आत्मविश्वासी बनते हैं।
वैदिक ज्योतिष में सूर्य की भूमिका और महत्व विशाल है। यह हमारे समग्र जीवन, हमारे मन की स्थिति, हमारी भौतिक स्थिति और हमारी सहनशक्ति, हमारे उत्साह को बढ़ने के लिए भी नियंत्रित करता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हम लोग यहाँ पर सूर्य ग्रह से विचारणीय व्यवसाय के बारे में जानेंगे -
सरकारी नौकरी, सरकारी सेवा, उच्च स्तरीय प्रशासनिक सेवा, मजिस्ट्रेट, राजनीति, सोने का काम करने वाले, जौहरी,राजदूत, नेतृत्व, चिकित्सक (फिजिशियन), दवाइयों से संबंधी मैनेजमेंट, अधिकारी,अग्नि/बिजली से जुड़े कार्य, यज्ञ,फल विक्रेता, गरम वस्त्र, घास फूस ( नारियल रेशा, बांस तृण आदि ) से निर्मित सामाग्री, तांबा, स्वर्ण, माणिक, सींग या हड्डी के बने समान,हड्डी का डॉक्टर, इलेक्ट्रॉनिक,सरकारी मुखबीर, गेहूं से संबंधी, विदेश सेवा, औषधि, चिकित्सा, सभी प्रकार के रक्त अनाज, लाल रंग के पदार्थ, शहद, इमारती लकड़ी, सर्राफा, ऊन व ऊनी वस्त्र, पदार्थ विज्ञान, अन्तरिक्ष विज्ञान, फिल्मों का निर्देशन, पैतृक काम, इत्यादि | सूर्य के साथ पंचमेश या नवमेश का संबंध बनता हो तो जातक अपने पिता या पारिवारिक काम को आगे बढ़ सकता है ।