फ़लित ज्योतिष के शास्त्रों के अनुसार कुंडली में मंगल ग्रह हमारे दैनिक जीवन के अलावा हमारे व्यापार पर भी ग्रहों और नक्षत्रों का प्रभाव पड़ता है। प्रत्येक ग्रह की अपनी-अपनी विशेषताएं होती हैं, कुंडली में वह किस भाव में बैठा है, किस ग्रह से संबंध रखता है, उसी के अनुसार उसके फल प्राप्त होते हैं। मंगल ग्रह अग्नि तत्व का ग्रह तथा भूमि का कारक माना गया है. इस ग्रह के संदर्भ में सेना संबंधी कार्यों और पुलिस विभाग से जुडे़ कामों को देखा जा सकता है. इस ग्रह के प्रभाव स्वरूप जातक में साहस और शौर्य के गुणों का निष्पादन होता है। मंगल ग्रह यह ताकत व साहस का कारक है। मंगल ग्रह शारीरिक व मानसिक शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल के प्रभाव से व्यक्ति में लड़ने की क्षमता का भाव आता है। मंगल के प्रभावस्वरुप जातक सामान्यतया किसी भी प्रकार के दबाव के आगे नहीं झुकता। मंगल के द्वारा साहस, शारीरिक बल, मानसिक क्षमता प्राप्त होती है। यदि दसवे स्थान में मंगल के साथ बृहस्पति हो तो एजुकेशन, कपड़े का कार्य, मिठाई का कार्य, धर्म से जुड़ा कार्य, टीचिंग फील्ड, ज्योतिष, गुप्त विद्या से जुड़ा कार्य, बैंकिंग, इन्स्योरेन्स, सीए, अकाउंट्स, फाइनेंस से जुड़ा कार्य कर सकते है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हम लोग यहाँ पर मंगल ग्रह से विचारणीय व्यवसाय के बारे में जानेंगे -
पुलिस व सेना की नौकरी, अग्नि कार्य, बिजली का कार्य, विधुत विभाग, शाहसिक कार्य,धातु कार्य, ड्राइवर,जमीन का क्रय –विक्रय, भूमि के कार्य, भूमि विज्ञान, रक्षा विभाग, इलेक्ट्रिक एवम् इलेक्ट्रोनिक इंजीनियर, मैकेनिक, ब्लड बैंक, शल्य चिकित्सक, केमिस्ट, दवा विक्रेता, खून बेचना, सिविल इंजीनियरिंग, शस्त्र निर्माण, बॉडी बिल्डिंग, साहसिक खेल, कुश्ती, स्पोर्टस, खिलाड़ी,मिस्त्री, बढ़ई, फायर ब्रिगेड, आतिशबाजी, रसायन शास्त्र, शर्कस, नौकरी दिलवाने के कार्य, शक्तिवर्धक कार्य, अग्नि बीमा, चूल्हा, ईंधन, मिट्टी का सामान, तांबे से संबंधित कार्य, लाल रंग के पदार्थ, बेकरी, कैटरिंग,दर्जी,पेंटर,हलवाई, डेंटिस्ट,रसोइया, इंटों का भट्ठा, बर्तनों का कार्य, होटल एवम रेस्तरां,फास्ट -फ़ूड, जूआ, मिटटी के बर्तन व खिलौने, नाई,काटने औज़ार, भट्ठी, ट्रांसपोर्ट इत्यादि ।