छठा भाव से विचारणीय विषय
रोग, ऋण,शत्रु,नुकसान,वैरी, बाधा, चोर, चोरी, मामा से संबंधित, मामा, अदालत, मौसी, फूफा, चाची, नाभि, षडरस भोजन, शंका, निराशा, झगड़ा,अशुभ कर्म, तलाक, हर्निया, अपेंडिक्स का विचार इस भाव से होगाI शनि व मंगल इसके कारक ग्रह हैI प्रतिस्पर्धा, प्राइवेट नौकरी, कंजूसी, थकावट, बदनामी, शत्रु से परेशानी, भाइयों से क्लेश, कड़वा, तिक्त, मिर्ची वाला, कसैला रस छठे भाव से विचार होगाI